सिर्फ 50 रुपए की मिली पहली नौकरी, टीवी शो में बदल गई जिंदगी, जानिए इस एक्टर की कहानी
भारतीय टीवी इंडस्ट्री में कई कलाकारों की सफलता की कहानियाँ प्रेरणादायक रही हैं लेकिन शरद सांकला की कहानी अपने आप में अद्वितीय और प्रेरणादायक है। उन्होंने अपने जीवन के आठ साल बेरोजगारी और संघर्ष के बीच बिताए लेकिन अपने अद्वितीय अभिनय कौशल और मेहनत के बल पर उन्होंने टीवी जगत में अपना नाम बनाया। शरद सांकला का नाम आज भी भारतीय दर्शकों के बीच एक स्थान रखता है खासकर उनके धारावाहिक 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' के जरिए।
सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' में उनका किरदार
सीरियल 'तारक मेहता का उल्टा चश्मा' ने भारतीय टीवी इंडस्ट्री में एक नई मिसाल कायम की है। इस धारावाहिक में शरद सांकला ने एक दुकानदार अब्दुल का किरदार निभाया था। उनका यह किरदार इतना लोकप्रिय हुआ कि घर-घर में उनकी पहचान बन गई। अब्दुल का किरदार ना केवल दर्शकों को हंसाता है बल्कि एक सशक्त और दिल छूने वाली छवि प्रस्तुत करता है। शरद सांकला ने इस किरदार को इतनी सुंदरता और वास्तविकता के साथ निभाया कि यह आज भी दर्शकों की पसंदीदा भूमिकाओं में गिना जाता है।
यहाँ से हुई करियर की शुरुआत
शरद सांकला ने अपने करियर की शुरुआत 1983 में रिलीज हुई फिल्म 'दुर्देश' से की थी। लेकिन नब्बे के दशक में उनके अभिनय की पहचान बनी जब उन्होंने हास्य कलाकार चार्ली चैपलिन का अभिनय किया। शरद को नब्बे के दशक में चार्ली चैपलिन के किरदार के लिए जाना गया जो उनके करियर का एक मोड़ साबित हुआ। उन्होंने फिल्म 'खिलाड़ी' और 'बाज़ीगर' में चार्ली चैपलिन की भूमिका निभाई जिसने उन्हें व्यापक पहचान दिलाई।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शरद को अपने पहले रोल के लिए मात्र 50 रुपये मिले थे। उनके करियर का एक महत्वपूर्ण हिस्सा उस समय आया जब उन्होंने कई निर्माताओं से संपर्क करने के बाद भी काम नहीं मिल पा रहा था। यह समय उनके लिए बहुत कठिन था लेकिन उन्होंने हार मानने की बजाय अपनी मेहनत और लगन को बनाए रखा।