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UP में NCR की तर्ज़ पर सरकार SCR शहर बसाने का बना रही प्लान, नए शहर के लिए लोकेशन हुई फाइनल, अभी जाने ताजा अपडेट

UP Big News: यूपी सरकार नया शहर बनाने का प्लान बना रही है क्योंकि यूपी की आबादी बढ़ती जा रही है और इसके साथ ही लोगों के रहने के लिए जमीन भी कम होती जा रही है। यूपी सरकार एससीआर शहर को एनसीआर की तरह बनाने की योजना बना रही है। सरकार ने इस शहर की जगह चुनी है। आइए जाने इसके बारे मे पूरी डिटेल्स
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UP News, यूपी मे नया शाहर SCR

Trends Of Discover, लखनऊ: यूपी का एनसीआर शहर विश्व प्रसिद्ध है और इसका विकास दुनिया भर का ध्यान खींच रहा है। आज एनसीआर (एनसीआर न्यूज) में भी खूब निवेश आ रहा है और सरकार (Yogi Adityanath) ने एनसीआर जैसा एक और शहर बसाने की योजना बनाई है। उत्तर प्रदेश (UP news) राज्य राजधानी क्षेत्र बनाने की तैयारी कर रहा है।

यह 34000 वर्ग किलोमीटर को कवर करेगा. इसमें राज्य के 8 जिले शामिल होंगे. इस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सीधी नजर है. इन आठ जिलों को गतिशीलता और परिवहन के नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।

इन जिलों में मेट्रो और एक्सप्रेसवे कनेक्टिविटी दी जाएगी. इससे ये जिले आपस में जुड़ जाएंगे और यातायात में तेजी आएगी। राज्य सरकार की हालिया बैठक में इस संबंध में कुछ अहम फैसले लिये गये हैं. खबर है कि एससीआर (NCR big news) का काम तेजी से पूरा करने का निर्देश दिया गया है.

एससीआर के लिए गतिशीलता और परिवहन प्रस्ताव अलग से तैयार किया गया है। नए शहरों को जोड़ने के लिए नई बाहरी रिंग रोड, मेट्रो कॉरिडोर, एक्सप्रेसवे बनाए जाएंगे। इसके अलावा मौजूदा सड़कों और मेट्रो का भी विस्तार किया जाएगा।

किसे फायदा होगा?

एससीआर (NCR News) में कुछ नए कॉरिडोर बनाए जाएंगे। साथ ही  नया सर्वे भी कराया जाएगा। नया कॉरिडोर इन आठ शहरों में ट्रैफिक जाम को कम करेगा। प्रशासन द्वारा प्रस्तावित एससीआर 34,000 वर्ग किमी है। लखनऊ और कानपुर सबसे बड़े होंगे। एक अधिकारी ने कहा कि अब इस प्रोजेक्ट को तेजी से किया जाएगा है।

कौन से शहर जोड़े जाएंगे?

यूपी के एससीआर में लखनऊ, कानपुर नगर, कानपुर देहात, रायबरेली, उन्नाव, बाराबंकी, सीतापुर और हरदोई शामिल होंगे। इन 8 शहरों की आबादी करीब 2.9 करोड़ रुपये है.

गौरतलब है कि एससीआर बनने के बाद इन इलाकों में कंपनियों के दफ्तरों और फैक्ट्रियों की संख्या बढ़ सकती है. इससे नए आवासीय क्षेत्र भी विकसित होंगे। नतीजतन, इन इलाकों में जमीन के रेट और भी बढ़ सकते हैं.

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