सरसों की MSP को लेकर सरकार ने जारी की बड़ी अपडेट, किसानों से सीधे सरकार से होगी खरीद, जाने पूरी जानकारी
Trends Of Discover, नई दिल्ली: सरसों की एमएसपी दर (न्यूनतम समर्थन मूल्य) पर केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि 2024 में विपणन केंद्र 5,650 रुपये की एमएसपी दर पर किसानों से सीधे सरसों खरीदेंगे, जिससे उसी रबी सीजन में बाजार मूल्य स्थिर हो जाएगा। अनुमान है कि इस बार भी सरसों का बंपर उत्पादन होगा सरकार ने यह फैसला इसलिए लिया है क्योंकि बाजारों में सरसों की कीमत एमएसपी रेट से नीचे बिक रही है।
सरसों का उत्पादन बढ़ने की उम्मीद
हालिया रिपोर्ट में कहा गया है कि चालू रबी सीजन 2024 में घरेलू सरसों का उत्पादन इस बार 113 लाख टन से बढ़कर 130 लाख टन होने की संभावना है। इस बार उत्पादन अपने रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाएगा, जबकि मंदिरों में पैदावार की उम्मीद है... है। इसे देखते हुए कीमतें घटकर 5000 से 5200 रुपये प्रति क्विंटल पर आ गई हैं, जो समर्थन मूल्य से काफी नीचे है.
Mustard MSP Rate 2024: हाल के दिनों में सरसों की कीमत समर्थन मूल्य से नीचे होने से मंदी गहरा गई है और वर्ष 2022-23 में रबी सीजन के दौरान सरकार द्वारा 14 लाख टन से अधिक गेहूं की खरीद की गई थी। NAFED की हिस्सेदारी 12 लाख टन से अधिक थी, जबकि शेष 200,000 टन भी NAFED द्वारा खरीदा गया था। उत्तर के प्रमुख उत्पादक राज्यों मध्य प्रदेश और राजस्थान की कुछ मंडियों में नई सरसों की आवक शुरू हो गई है। इनमें झारखंड, मध्य प्रदेश, हरियाणा, पश्चिम बंगाल और गुजरात शामिल हैं।
गौरतलब है कि अप्रैल 2024 में लोकसभा के आम चुनाव होने हैं। ज्यादा उत्पादन के दबाव को देखते हुए सरकार किसानों को नाराज नहीं करना चाहती है। चूंकि सरसों रवि सीजन की सबसे महत्वपूर्ण तिलहन फसल है, इसलिए चालू सीजन में सरसों का रकबा 100 लाख हेक्टेयर से अधिक हो गया है, जो देश की आजादी के बाद राजस्थान और हरियाणा के कुछ इलाकों में सबसे ज्यादा रकबा माना जा रहा है। पिछले कुछ