UP News: यूपी में मस्जिद सर्वे के बाद बवाल! इंटरनेट बंद, 4 की मौत, 21 हिरासत में, हिंसा में 2500 पर FIR
संभल जिले में जामा मस्जिद की जमीन पर पहले हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था जिसके बाद एक याचिका दायर की गई थी। जिला कोर्ट ने आदेश दिया कि इस जमीन का सर्वे किया जाए। रविवार को अचानक इस सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई।
Sambhal Violence LIVE : उत्तर प्रदेश के संभल जिले में जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर हुई हिंसा में अब तक चार लोगों की मौत हो चुकी है। यह घटना रविवार को हुई जब जिले में मस्जिद के सर्वे के दौरान विवाद भड़क गया। जिला प्रशासन ने इलाके में कड़ी सख्ती बरतते हुए 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं। इस हिंसा में मारे गए लोगों के परिवारों में शोक की लहर है और पूरे जिले में भारी तनाव व्याप्त है।
संभल में जामा मस्जिद सर्वे के दौरान भड़की हिंसा
संभल जिले में जामा मस्जिद की जमीन पर पहले हरिहर मंदिर होने का दावा किया गया था जिसके बाद एक याचिका दायर की गई थी। जिला कोर्ट ने आदेश दिया कि इस जमीन का सर्वे किया जाए। रविवार को अचानक इस सर्वे के दौरान हिंसा फैल गई, जिससे पूरे इलाके में अफरातफरी मच गई। हिंसा के बाद प्रशासन ने जिले में शांति बनाए रखने के लिए कड़ी कार्रवाई शुरू कर दी। पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है, और भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है।
इंटरनेट सेवा पर रोक और सख्ती बढ़ी
संभल जिले में बढ़ते तनाव को देखते हुए प्रशासन ने 24 घंटे के लिए इंटरनेट सेवा पर रोक लगा दी है। यह कदम हिंसा को और बढ़ने से रोकने के लिए उठाया गया है। जिले के स्कूल और कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं, ताकि छात्रों को किसी तरह की परेशानी का सामना न करना पड़े। हिंसा प्रभावित इलाकों में पुलिस और अन्य सुरक्षा बल तैनात हैं, ताकि स्थिति पर नियंत्रण पाया जा सके।
साक्षी महाराज ने की कड़ी कार्रवाई की मांग
हिंसा को लेकर बीजेपी नेता साक्षी महाराज ने कहा कि उपद्रवियों पर कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि अगर कोई हाथ में पत्थर लेकर आगे बढ़ेगा, तो उसका हाथ तोड़ दिया जाएगा। साक्षी महाराज ने यह भी कहा कि विपक्ष के आरोप निराधार हैं और इस हिंसा का कोई राजनीतिक कारण नहीं है। उनका मानना है कि देश संविधान से चलेगा और किसी भी प्रकार की हिंसा को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पुलिस की कार्रवाई और वीडियो फुटेज
संभल हिंसा के वीडियो फुटेज के आधार पर पुलिस उपमहानिरीक्षक मुनिराज जी. ने बताया कि मारे गए तीन युवक नईम, बिलाल और नोमान का अंतिम संस्कार कर दिया गया है। उन्होंने कहा कि पुलिस इन वीडियो फुटेज की मदद से उपद्रवियों की पहचान कर रही है और उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। पुलिस विभाग ने इनपुट जुटाने के लिए खुफिया विभाग की टीम भी सक्रिय कर दी है, ताकि हिंसा को भड़काने वाले तत्वों को गिरफ्तार किया जा सके।
चन्द्र शेखर आज़ाद ने हिंसा की निंदा की
नगीना के सांसद चन्द्र शेखर आज़ाद ने संभल हिंसा पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि हिंसा से कोई समस्या हल नहीं होती। उन्होंने इस घटना को पुलिस, प्रशासन और सरकार की विफलता बताया। उनका कहना था कि हिंसा के बजाय शांतिपूर्वक हल निकालने की आवश्यकता है। चन्द्र शेखर आज़ाद ने यह भी कहा कि इस तरह की घटनाएं पूरे जिले की शांति को नुकसान पहुंचाती हैं और इससे केवल समाज में असंतोष फैलता है।
संभल में बाजारों की स्थिति
हिंसा के बाद संभल जिले के मुख्य बाजार बंद हैं। कुछ इक्का-दुक्का दुकानें ही खुली हैं, लेकिन अधिकांश व्यापारी डर के कारण दुकानें नहीं खोल रहे हैं। हिंसा वाले इलाकों में सन्नाटा पसरा हुआ है। जिला प्रशासन ने व्यापारियों से बैठक कर उन्हें अपील की है कि वे अपने व्यवसाय को फिर से शुरू करें, ताकि क्षेत्र की अर्थव्यवस्था में कोई और हानि न हो।
पुलिस की निगरानी और सुरक्षा इंतजाम
संभल में हालात पर कड़ी नजर रखी जा रही है। पुलिस और प्रशासन ने सुरक्षा इंतजामों को और मजबूत किया है। भारी पुलिस बल की तैनाती के अलावा, खुफिया विभाग भी सक्रिय है। पुलिस मुखबिरों की मदद से इलाके में चल रही गतिविधियों पर कड़ी नजर रखी जा रही है। इस दौरान, पुलिस ने 21 लोगों को हिरासत में लिया है और उनके खिलाफ कार्रवाई की जा रही है।
यह घटना पूरे उत्तर प्रदेश में चर्चा का विषय बन गई है और सरकार ने इस मामले को गंभीरता से लिया है। प्रशासन ने बताया कि किसी भी दोषी को बख्शा नहीं जाएगा और कानून के दायरे में आकर कार्रवाई की जाएगी।