सिरसा में रानियां से खारियां तक सड़क निर्माण को लेकर ग्रामीणों का प्रदर्शन, प्रशासन पर उठाए सवाल
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क पर घटिया स्तर की सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। उनका कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान जहां-जहां नुकीले पत्थर डाले गए हैं, वहां वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। गाड़ियों के टायर इन नुकीले पत्थरों से कट रहे हैं, जिससे गाड़ियों को नुकसान पहुंच रहा है।
सिरसा जिले के रानियां से खारियां तक जाने वाली सड़क के निर्माण में हो रही देरी के कारण ग्रामीणों और वाहन चालकों को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। पिछले कई दिनों से सड़क निर्माण कार्य धीमी गति से चल रहा है, जिस पर स्थानीय लोगों ने प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया और सड़क की गुणवत्ता को लेकर भी सवाल उठाए। कनिष्ठ अभियंता पृथ्वीराज ने इस संबंध में आश्वासन दिया है कि अगले दो दिन में काम शुरू हो जाएगा लेकिन इस बीच कई परेशानियाँ बढ़ गई हैं।
सड़क निर्माण में देरी का कारण
कनिष्ठ अभियंता पृथ्वीराज के अनुसार, सड़क निर्माण में देरी का प्रमुख कारण बजरी की सप्लाई न होना है। उन्होंने बताया कि सड़क के निर्माण में आवश्यक सामग्रियों की कमी के कारण कार्य में रुकावट आ रही है। इस वजह से सड़क निर्माण की गति धीमी हो गई है। हालांकि, उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि अगले दो दिन में सड़क निर्माण कार्य फिर से तेज़ी से शुरू कर दिया जाएगा।
ग्रामीणों की शिकायतें
ग्रामीणों ने आरोप लगाया कि सड़क पर घटिया स्तर की सामग्री का प्रयोग किया जा रहा है। उनका कहना है कि सड़क निर्माण के दौरान जहां-जहां नुकीले पत्थर डाले गए हैं, वहां वाहन चालकों को काफी परेशानी हो रही है। गाड़ियों के टायर इन नुकीले पत्थरों से कट रहे हैं, जिससे गाड़ियों को नुकसान पहुंच रहा है। इसके साथ ही सड़क पर दिनभर मिट्टी उड़ती रहती है, जो वाहन चालकों के लिए खतरनाक साबित हो रहा है।
ग्रामीणों ने यह भी बताया कि सड़क के किनारे पर उड़ी हुई मिट्टी से प्रदूषण बढ़ रहा है, और यह उनके स्वास्थ्य पर भी असर डाल रहा है। उन्होंने प्रशासन से मांग की कि सड़क निर्माण में उच्च गुणवत्ता वाली सामग्री का ही इस्तेमाल किया जाए, ताकि यह मार्ग न केवल वाहन चालकों के लिए सुरक्षित हो, बल्कि पर्यावरणीय दृष्टिकोण से भी सुरक्षित रहे।
कनेक्टिविटी का संकट
यह सड़क तहसील रानियां के अंतर्गत आने वाले कई गांवों को जोड़ती है। इन गांवों के लोग नियमित रूप से इस सड़क का उपयोग करते हैं, खासकर कृषि उत्पादों की ढुलाई के लिए। सड़क की स्थिति खराब होने के कारण इन ग्रामीणों को न केवल कठिनाई हो रही है, बल्कि कृषि कार्यों में भी रुकावट आ रही है। लोग अपनी फसलों को बाजार तक पहुंचाने के लिए अन्य मार्गों का सहारा लेने को मजबूर हैं, जो समय और ऊर्जा की बर्बादी का कारण बन रहे हैं।
प्रदर्शन और प्रशासन के खिलाफ नाराजगी
ग्रामीणों ने सड़क निर्माण में हो रही देरी के खिलाफ गंभीर विरोध प्रदर्शन किया। इस दौरान, उन्होंने प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की और त्वरित कार्यवाही की मांग की। प्रदर्शनकारियों का कहना था कि यदि अगले कुछ दिनों में निर्माण कार्य शुरू नहीं किया जाता, तो वे और भी सख्त कदम उठाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि प्रशासन को स्थानीय लोगों की समस्याओं को गंभीरता से लेना चाहिए और इसके समाधान के लिए जल्दी कदम उठाने चाहिए।
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