Google Search : गलती से भी गूगल पर सर्च न करें ये लाइन, वरना सब कुछ हो जाएगा हैक
साइबर अपराधी SEO Poisoning का सहारा लेकर अपने जाल में फंसा रहे हैं। यह एक ऐसी तकनीक है, जिसमें अपराधी खोज इंजन परिणामों में हेरफेर करके अपने खतरनाक लिंक ऊपर दिखाते हैं। SOPHOS ने बताया कि इस तकनीक के तहत वैध मार्केटिंग लिंक की आड़ में दुर्भावनापूर्ण एडवेयर या वायरस फैलाया जा रहा है।
साइबर अपराधियों ने इंटरनेट उपयोगकर्ताओं को ठगने के लिए एक नई तकनीक अपनाई है। SOPHOS नामक साइबर सुरक्षा कंपनी ने हाल ही में एक अलर्ट जारी किया। इसमें बताया गया कि Google पर कुछ खास शब्द सर्च करने वाले यूजर्स साइबर हमले का शिकार हो सकते हैं। यह जानकारी 3 दिसंबर 2024 को सामने आई। कंपनी का कहना है कि Google पर “क्या बंगाल कैट्स ऑस्ट्रेलिया में वैध हैं?” जैसे वाक्य सर्च करने वाले यूजर्स को हैकर्स निशाना बना रहे हैं। जब यूजर्स सर्च रिजल्ट में दिखने वाले पहले लिंक पर क्लिक करते हैं तो उनकी निजी और बैंकिंग जानकारी खतरे में पड़ जाती है।
एसईओ विषाक्तता: साइबर हमले की नई रणनीति
साइबर अपराधी SEO Poisoning का सहारा लेकर अपने जाल में फंसा रहे हैं। यह एक ऐसी तकनीक है जिसमें अपराधी खोज इंजन परिणामों में हेरफेर करके अपने खतरनाक लिंक ऊपर दिखाते हैं। SOPHOS ने बताया कि इस तकनीक के तहत वैध मार्केटिंग लिंक की आड़ में दुर्भावनापूर्ण एडवेयर या वायरस फैलाया जा रहा है।
Gootloader का इस्तेमाल
SOPHOS की रिपोर्ट के अनुसार सर्च रिजल्ट के लिंक पर क्लिक करने से Gootloader नामक प्रोग्राम सक्रिय हो जाता है। यह प्रोग्राम यूजर की निजी जानकारी, जैसे बैंक डिटेल्स और व्यक्तिगत डेटा को ऑनलाइन पोस्ट कर देता है।
इन शब्दों से बचें
कंपनी ने विशेष रूप से आगाह किया है कि गूगल पर कुछ खास शब्द सर्च करने वाले यूजर्स पर खतरा ज्यादा है। रिपोर्ट के अनुसार यदि आप सर्च में “ऑस्ट्रेलिया” को शामिल करते हैं तो आपके साइबर हमले का शिकार होने की संभावना और बढ़ जाती है।
क्या करें अगर आप फंस गए हैं?
SOPHOS ने कुछ कदम बताए हैं जिन्हें फॉलो करके आप नुकसान को कम कर सकते हैं:
- पासवर्ड तुरंत बदलें – किसी भी सर्च या लिंक क्लिक के बाद अपना पासवर्ड अपडेट करें।
- सुरक्षा सॉफ्टवेयर इंस्टॉल करें – अपने कंप्यूटर और मोबाइल में एंटीवायरस और एंटी-मैलवेयर इंस्टॉल करें।
- लिंक पर क्लिक करने से पहले सोचें – किसी भी अज्ञात या संदिग्ध लिंक पर क्लिक करने से बचें।
- दो-स्तरीय सुरक्षा अपनाएं – अपने अकाउंट्स के लिए टू-फैक्टर ऑथेंटिकेशन का इस्तेमाल करें।
क्यों हो रहा है ऐसा?
साइबर अपराधियों ने वैध और भरोसेमंद दिखने वाली वेबसाइट्स तैयार की हैं। ये वेबसाइट्स गूगल सर्च रिजल्ट में ऊंचे स्थान पर होती हैं। जैसे ही कोई यूजर इन पर क्लिक करता है उनका डेटा हैकर्स तक पहुंच जाता है।
SOPHOS का अलर्ट
SOPHOS ने यह भी कहा कि इन अपराधियों ने SEO Poisoning के जरिए उपयोगकर्ताओं को भ्रमित करने का काम किया है। रिपोर्ट के अनुसार हैकर्स विशेष रूप से उन लोगों को निशाना बना रहे हैं जो जानवरों की वैधता या खास कानूनों से जुड़े विषयों पर सर्च करते हैं।
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