Delhi-Mumbai Expressway का दिल्ली सेक्शन 12 नवंबर से होगा चालू, जानें कैसे मथुरा रोड पर जाम से मिलेगी पूरी राहत?
बिधूड़ी के अनुसार, इस परियोजना पर करीब 5,500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस सड़क का उपयोग फरीदाबाद, पलवल और सोहना की ओर जाने के लिए भी किया जा सकता है।
Delhi-Mumbai Expressway का दिल्ली खंड 12 नवंबर को आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। दक्षिण दिल्ली के सांसद रामवीर सिंह बिधूड़ी ने बताया कि इस छह-लेन वाले हाईवे और दो पुलों का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। एक पुल आगरा नहर पर और दूसरा गुड़गांव नहर पर बनाया गया है, जिन्हें जल्द ही जनता के लिए चालू किया जाएगा। बिधूड़ी ने कहा, “इन हाईवे और पुलों के चालू होने के साथ ही मथुरा रोड पर लगने वाले जाम की समस्या से राहत मिल जाएगी।”
यह एक्सप्रेसवे का उन्नत हिस्सा यमुना नदी के किनारे के भीड़-भाड़ वाले इलाकों जैसे यमुना खादर, ओखला विहार और बटला हाउस से होकर गुजरता है। महारानी बाग के पास एक डाउनवर्ड रैंप बनाया गया है, जो डीएनडी फ्लाईओवर के अशोक नगर वाले प्रवेश के पास से सड़क को पार करेगा। इन बदलावों से उन क्षेत्रों में यातायात का दबाव भी कम हो जाएगा, जहां आम तौर पर रोज़ जाम लगता है।
दिल्ली से सोहना अब केवल 25 मिनट में
बिधूड़ी के अनुसार, इस परियोजना पर करीब 5,500 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं। इस सड़क का उपयोग फरीदाबाद, पलवल और सोहना की ओर जाने के लिए भी किया जा सकता है। बिधूड़ी ने कहा, “यह केवल एक वैकल्पिक मार्ग नहीं है, बल्कि मथुरा रोड पर लगने वाले जाम की समस्या का स्थायी समाधान है। महारानी बाग से सोहना पहुंचने में पहले जहां 2.5 घंटे का समय लगता था, अब यह सफर केवल 25 मिनट में पूरा हो सकेगा।”
यह नया एक्सप्रेसवे दिल्ली और एनसीआर क्षेत्र के विभिन्न हिस्सों को जोड़ते हुए यातायात को सुगम बनाएगा। इसके जरिए न केवल दिल्ली और गुड़गांव बल्कि एनसीआर के अन्य इलाकों में भी पहुंचना आसान होगा। इस हाईवे के चालू होने से दिल्ली में यातायात की स्थिति में भी सुधार की उम्मीद है, जिससे यात्री बिना देरी के अपने गंतव्यों तक पहुंच सकेंगे।
उन्नत संरचना और सुविधाएं
इस परियोजना के तहत बनाए गए पुलों और हाइवे में अत्याधुनिक सुविधाएं शामिल हैं। हाईवे का निर्माण इस तरह से किया गया है कि यह लंबे समय तक ट्रैफिक को झेल सके और सड़क की गुणवत्ता बरकरार रहे। इन पुलों के निर्माण से यमुना नदी के किनारे बसे क्षेत्रों में यातायात और भी सुव्यवस्थित हो जाएगा, जिससे दिल्ली के दक्षिणी हिस्से में ट्रैफिक का भार कम होगा। बिधूड़ी ने कहा कि एक्सप्रेसवे की नई संरचना से यात्री समय की काफी बचत कर सकेंगे और जाम के कारण लगने वाले लंबे इंतजार से छुटकारा मिलेगा। यात्रियों को अब एक ऐसा वैकल्पिक मार्ग उपलब्ध होगा जो समय और दूरी दोनों को कम करेगा। दिल्ली से मथुरा रोड, फरीदाबाद और आसपास के इलाकों तक पहुँचने में भी अब देरी नहीं होगी।
मथुरा रोड को मिलेगी राहत
इस प्रोजेक्ट के तहत Delhi-Mumbai Expressway का एक अहम हिस्सा मथुरा रोड को भी राहत पहुंचाएगा। बिधूड़ी ने यह भी बताया कि मथुरा रोड के अधिकतर हिस्सों पर भारी ट्रैफिक का दबाव रहता है। कई बार तो गाड़ियों की लंबी कतारें देखने को मिलती हैं। लेकिन अब एक्सप्रेसवे के चालू होने के बाद मथुरा रोड पर ट्रैफिक की समस्या से राहत मिलेगी। यमुना खादर, ओखला विहार और बटला हाउस के क्षेत्र में स्थित लोगों को इस एक्सप्रेसवे से काफी फायदा मिलेगा, क्योंकि अब इन क्षेत्रों में जाने और आने वाले यातायात को नया और सुरक्षित मार्ग मिल जाएगा। इससे न केवल ट्रैफिक दबाव कम होगा, बल्कि समय की भी बचत होगी।
स्थानीय निवासियों को बड़ी राहत
Delhi-Mumbai Expressway का यह दिल्ली खंड केवल यात्रियों के लिए ही नहीं, बल्कि स्थानीय निवासियों के लिए भी एक बड़ी राहत लेकर आएगा। खासकर उन लोगों के लिए जो मथुरा रोड और अन्य भीड़भाड़ वाले क्षेत्रों से गुजरते हैं। अब उन्हें यातायात में होने वाली भीड़ से नहीं गुजरना पड़ेगा और सफर भी आरामदायक होगा। इस परियोजना को लेकर स्थानीय नागरिकों में उत्साह देखा जा रहा है। एक्सप्रेसवे के जरिए दिल्ली के भीतरी हिस्सों और एनसीआर के क्षेत्रों में न केवल कनेक्टिविटी बढ़ेगी बल्कि व्यापार और उद्योग में भी सुधार देखने को मिलेगा। इससे दिल्ली की सड़कें भी राहत महसूस करेंगी जिससे वायु प्रदूषण में भी कमी आएगी।