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Haryana weather : दिवाली के बाद गैस चैंबर बना हरियाणा, इन 15 शहरों में AQI 200 से ऊपर, जानें आगे कैसा रहेगा मौसम

चंडीगढ़ मौसम विभाग के डायरेक्टर डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार 11 नवंबर के बाद मौसम में कुछ बदलाव आ सकते हैं जिससे प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार देखने को मिल सकता है।

Haryana weather today: हरियाणा समेत भारत के कई राज्यों में वायु प्रदूषण की स्थिति इस वर्ष दिवाली से पहले ही गंभीर हो चुकी थी। बुधवार 6 नवंबर को प्रदूषण की स्थिति में थोड़ा सुधार देखने को मिला लेकिन इसके बावजूद प्रदेश के 14 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 200 से ऊपर और 6 शहरों में 100 से 200 के बीच दर्ज किया गया। दिवाली के दौरान आतिशबाजी के चलते प्रदूषण में वृद्धि की आशंका थी, लेकिन इस बार त्योहार के बाद AQI में थोड़ी राहत देखी गई। हालांकि विशेषज्ञों के अनुसार यह राहत अस्थायी है। भारतीय मौसम विभाग (IMD) के अनुसार हवा की स्थिति और नमी के चलते धुआं वातावरण में रुक गया है जो अगले चार से पांच दिनों तक प्रदूषण में सुधार की संभावनाओं को कम करता है।

कब तक रह सकता है प्रदूषण का असर?

चंडीगढ़ मौसम विभाग के डायरेक्टर डॉ. सुरेंद्र पाल के अनुसार 11 नवंबर के बाद मौसम में कुछ बदलाव आ सकते हैं जिससे प्रदूषण के स्तर में मामूली सुधार देखने को मिल सकता है। वर्तमान में प्रदेश में हवा की गति बहुत कम है और वातावरण में नमी अधिक है जिससे हवा में मौजूद धुएं के कण स्मॉग का रूप ले रहे हैं।

पाकिस्तान से हवा आने पर बिगड़ सकते हैं हालात

विशेषज्ञों के मुताबिक पाकिस्तान में भी वायु प्रदूषण का स्तर बढ़ा हुआ है। यदि हवाओं की दिशा नॉर्थ वेस्ट (उत्तर-पश्चिम) में बदलती है तो लाहौर और अन्य प्रदूषित इलाकों का धुआं हरियाणा और पंजाब की हवा में मिल सकता है जिससे प्रदूषण की स्थिति और गंभीर हो सकती है। पंजाब के कई शहर पहले ही इस प्रदूषण से प्रभावित हो चुके हैं और AQI का स्तर बढ़ा हुआ है। वर्तमान में मौसम में एंटी साइक्लोन की स्थिति बनी हुई है जिसके चलते तेज हवाएं नहीं चल रही हैं और बरसात भी नहीं हो रही है। इस वजह से प्रदूषण के कण हवा में स्थिर हो गए हैं जिससे वातावरण में धुंध का निर्माण हो रहा है। इस समय हवा की गुणवत्ता में सुधार के लिए बारिश और तेज हवाएं जरूरी हैं लेकिन मौसम विभाग के अनुसार फिलहाल इनकी कोई संभावना नहीं दिख रही।

हरियाणा के किन शहरों में है सबसे ज्यादा प्रदूषण?

प्रदेश के 14 शहरों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 200 से ऊपर पहुंच गया है। इनमें गुरुग्राम, फरीदाबाद, सोनीपत, पानीपत, करनाल, रोहतक और यमुनानगर जैसे शहर शामिल हैं। इन शहरों में प्रदूषण का स्तर लगातार उच्च बना हुआ है। वहीं, सिरसा, भिवानी, हिसार, पलवल और पंचकूला जैसे शहरों में AQI 100 से 200 के बीच बना हुआ है। वायु प्रदूषण का उच्च स्तर आम जनता के स्वास्थ्य पर नकारात्मक असर डाल सकता है। विशेषज्ञों के अनुसार, वायु प्रदूषण के कारण श्वसन संबंधी समस्याएं, अस्थमा, हृदय रोग और फेफड़ों में संक्रमण का खतरा बढ़ सकता है। खासकर बच्चों, बुजुर्गों और पहले से बीमार लोगों को इस स्थिति में सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है।

प्रदूषण कम करने के लिए जरूरी कदम

वर्तमान में प्रदूषण के स्तर को देखते हुए सरकार और नागरिकों को मिलकर उपाय करने की जरूरत है। लोगों को निजी वाहनों के इस्तेमाल को कम कर सार्वजनिक परिवहन का उपयोग बढ़ाने की सलाह दी जाती है। इसके साथ ही, निर्माण कार्यों और कचरा जलाने जैसी गतिविधियों को नियंत्रित करना आवश्यक है। विशेषज्ञों की मानें तो अगले कुछ दिनों तक प्रदूषण का स्तर गंभीर रह सकता है। ऐसे में लोगों को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए कुछ जरूरी सावधानियां अपनानी चाहिए। घर से बाहर निकलते समय मास्क का उपयोग करें, सुबह और रात के समय बाहर जाने से बचें क्योंकि इस समय प्रदूषण का स्तर अधिक होता है। इसके साथ ही पानी का सेवन अधिक करें और प्रदूषण कम करने वाले पौधे जैसे तुलसी, मनी प्लांट आदि को घर में लगाएं।

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