शनि करेंगे उल्टी चाल! इन 3 राशियों पर आएगा बड़ा संकट, बिगड़ जाएगी स्वास्थ्य और आर्थिक स्थिति
शनि के इस सीधा गोचर से जिन राशियों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा उनमें सिंह वृश्चिक और मकर राशि शामिल हैं। इनके जीवन के विभिन्न पहलुओं में बदलाव होंगे और चुनौतियाँ बढ़ेंगी। यह गोचर इन राशियों के जातकों के जीवन में विभिन्न स्थितियों का निर्माण करेगा जिसके लिए उन्हें तैयार रहना होगा।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार 15 नवंबर को शनि अपनी मूल त्रिकोण राशि कुंभ में सीधा गोचर करने जा रहे हैं। वर्तमान में शनि कुंभ राशि में वक्री अवस्था में हैं और इस गोचर के बाद वे फिर से सीधे हो जाएंगे। शनि को कर्मफल दाता और न्यायाधीश के रूप में जाना जाता है इसलिए उनके सीधा होने से कुछ राशियों पर विशेष प्रभाव पड़ेगा जिससे उन्हें सतर्क रहने की आवश्यकता होगी। आइए जानते हैं कि यह गोचर विभिन्न राशियों पर कैसे प्रभाव डालेगा और कौन-कौन सी राशियाँ सतर्क रहें।
शनि का गोचर सिंह वृश्चिक और मकर राशि पर प्रभाव
शनि के इस सीधा गोचर से जिन राशियों पर सबसे अधिक प्रभाव पड़ेगा उनमें सिंह वृश्चिक और मकर राशि शामिल हैं। इनके जीवन के विभिन्न पहलुओं में बदलाव होंगे और चुनौतियाँ बढ़ेंगी। यह गोचर इन राशियों के जातकों के जीवन में विभिन्न स्थितियों का निर्माण करेगा जिसके लिए उन्हें तैयार रहना होगा।
सिंह राशि पर शनि के गोचर का प्रभाव
सिंह राशि में शनि का गोचर सप्तम भाव में रहेगा। सप्तम भाव विवाह साझेदारी और सार्वजनिक संबंधों का कारक होता है इसलिए इस गोचर का असर सिंह राशि के जातकों के रिश्तों पर पड़ सकता है। शनि छठे और सातवें भाव का स्वामी भी होता है जिससे जातकों को कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है।
- रिश्तों में समस्याएँ: इस दौरान सिंह राशि के जातकों का अपने दोस्तों और पार्टनर के साथ कुछ मुद्दों पर मतभेद हो सकता है। इसलिए इस समय अपने गुस्से पर नियंत्रण रखें।
- काम का बढ़ता दबाव: इस समय कार्यभार अधिक रहेगा जिससे आप पर काम का दबाव बढ़ सकता है। अगर आप नौकरी बदलने की सोच रहे हैं तो यह सही समय हो सकता है।
- बिजनेस में सावधानी: व्यापार से जुड़े जातकों को विशेष सावधानी बरतनी चाहिए। साझेदारी में विवाद हो सकता है और आर्थिक नुकसान की संभावना भी बनी हुई है।
शनि का यह गोचर आपके आत्म-नियंत्रण और धैर्य की परीक्षा लेगा। किसी भी महत्वपूर्ण निर्णय को सोच-समझकर लें और अनावश्यक विवादों से बचने का प्रयास करें।
वृश्चिक राशि पर शनि गोचर का प्रभाव
वृश्चिक राशि के लिए शनि का गोचर चतुर्थ भाव में होगा। यह भाव परिवार घर और मनोस्थिति से जुड़ा होता है इसलिए इस अवधि में वृश्चिक राशि के जातकों के पारिवारिक जीवन और मानसिक स्थिति में प्रभाव पड़ सकता है।
- कार्यस्थल पर चुनौतियाँ: इस दौरान वृश्चिक राशि के जातकों को कार्यक्षेत्र में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ सकता है। सहकर्मियों के साथ सामंजस्य बनाने में कठिनाई हो सकती है जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- नया व्यवसाय शुरू करने में रुकावट: अगर आप इस समय कोई नया व्यवसाय शुरू करने का विचार कर रहे हैं तो फिलहाल इसे टालना ही बेहतर होगा। शनि का यह गोचर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है जिससे व्यापार में हानि होने की संभावना बढ़ जाएगी।
- अवांछित खर्च और विवाद: इस दौरान अनावश्यक खर्चों से परेशानी हो सकती है। साथ ही पारिवारिक सदस्यों के साथ भी विवाद की स्थिति बन सकती है इसलिए इस समय संबंधों को बनाए रखने का प्रयास करें।
वृश्चिक राशि के जातकों को शनि की इस स्थिति में धैर्य बनाए रखना चाहिए। मानसिक शांति और संयम से काम लें और जल्दबाजी में कोई निर्णय न लें।
मकर राशि पर शनि के गोचर का प्रभाव
मकर राशि में शनि का गोचर दूसरे भाव में होगा। यह भाव धन वाणी और पारिवारिक संबंधों का प्रतीक है इसलिए इस गोचर का प्रभाव मकर राशि के जातकों के आर्थिक मामलों और परिवार पर अधिक रहेगा।
- आर्थिक मामलों में चुनौतियाँ: इस गोचर के दौरान मकर राशि के जातकों को अनावश्यक खर्चों से चिंता हो सकती है। व्यावसायिक क्षेत्र में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी जिससे आपको चुनौतियों का सामना करना पड़ेगा।
- पारिवारिक और प्रेम जीवन में अशांति: इस अवधि में पारिवारिक जीवन में कुछ तनाव हो सकता है। प्रेम संबंधों में भी विवाद की स्थिति बन सकती है जिससे मानसिक तनाव बढ़ सकता है।
- बोलचाल में सावधानी बरतें: दूसरे भाव का संबंध वाणी से होता है इसलिए इस समय अपनी बातों को सोच-समझकर ही कहें। आपकी कठोर बातें किसी के साथ रिश्ते में खटास ला सकती हैं।
मकर राशि के जातकों को इस गोचर में संयम और संतुलित व्यवहार अपनाना चाहिए। अनावश्यक खर्चों पर नियंत्रण रखें और पारिवारिक मुद्दों को धैर्यपूर्वक सुलझाने का प्रयास करें।
कुंभ राशि में शनि का गोचर
शनि के कुंभ राशि में सीधा गोचर का प्रभाव सभी राशियों पर कुछ न कुछ प्रभाव डालेगा। हालांकि सिंह वृश्चिक और मकर राशि के जातकों को विशेष सावधानी बरतने की सलाह दी जाती है क्योंकि इन राशियों पर शनि का अधिक प्रभाव रहेगा। प्रत्येक राशि पर शनि के गोचर के अलग-अलग प्रभाव होंगे जो उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को प्रभावित करेंगे।